दहलीज़
दहलीज़, एक अशी छोरी की कहाणी है जो पढ़ाई कर'र कुछ करणो चाहवै है। पण घर आळा का द......more
दहलीज़, एक अशी छोरी की कहाणी है जो पढ़ाई कर'र कुछ करणो चाहवै है। पण घर आळा का दबाव म्ह आर बीने ब्याव करणो पड़े है। अपका सपना ने लेर अर अपका घर की दहलीज़ लांघ'र सासरा म्ह बीने आपका पति को मोकळो अत्याचार सहणो पड़े है।तो देखो कांईं कुसुम आपकी ज्यंदगी सुधार पावेली वा या नही? खुद पर होता अत्याचारां को मुह-तोड़ जवाब दे पावेली या नही

Episode 1
बेटी
21 m
एक बेटी आपका पापा ने ब्याव ना करार आगे पढ़बा कि इजाजत तानी मनावे हैं। तो देखनो ओ है कि एक बाप के लिए समाज का चार लोग जादा जरूरी है या बेटी कि इच्छा।

Episode 2
मिलन
21 m
कुसुम खुदका होणवाला धणी ने सब कुछ बताबो तो चाहवे है पर बी तक आपकी बात पोहचा कोनी पावे तो देखो अब कुसुम को काई होशी।

Episode 3
शक
21 m
एक पति आपकी पत्नी बिचे आपका दोस्त माथे जादा विश्वास करे है तो देखो इको बिकी घरवाली पर काई असर पडे है।

Episode 4
मायका
20 m
जद छोरी ब्याव पाधे आवे बिने सासरा मे किया रहणो है सब समझावे है। पर लडकी सासरा मे सोरी हे या नहीं कोई कोनी पुछे।

Episode 5
सब्र का बांध
23 m
इसमें देखो कि कियां एक टूटयोड़ी लडकी अपने आपने संभाले है और ससुराल वालां को.सामनो करे हैं।

Episode 6
परांठेवाली
21 m
इ एपिसोड मे देखो एक परांठे वाली छोरी रा चरचा,क्योंकि छोरीयां रा ना होया करे कम खटका, और अगर छोरी होय सही तो परिवार वाला भी नहीं हिला सके बिका इरादा पक्का।

Episode 7
भिड़ंत
20 m
इमे कुसुम अपने पति सु बराबर कि टक्कर लेवे है,और अपका सम्मान और अधिरा रे वासते खडी रहवे है। तो देखो कुण जीतसी।

Episode 8
सच्चाई
20 m
कहवे हे कि सच्चाई ने कोई भी छुपा कोनी सके है, चाहे कत्ति भी कोशिश कर लो सच उजागर हो ही जावे है तो देखो सच काई हैं?