इसी तिसी दोनुआ की होई तो प्यार होया (हरियाणवी)
इस हास्य कविता के माध्यम से कवि अपने इश्क की चर्चा करता है और बताता है कि प्यार ...पूरा देखें
इस हास्य कविता के माध्यम से कवि अपने इश्क की चर्चा करता है और बताता है कि प्यार करने के मामले में वो अकेला कसूरवार नहीं है।