इतनी ऊंचाइयां छूके भी जड़यां तै जुड्या रहणा (हरियाणवी)
यहाँ सतीश कश्यप जी बताना चाह रहे हैं कि आप चाहे जीवन म्हं कितणे ऐ बड़े हो ज्याओ ल...पूरा देखें
यहाँ सतीश कश्यप जी बताना चाह रहे हैं कि आप चाहे जीवन म्हं कितणे ऐ बड़े हो ज्याओ लेकिन अगर आप अपणी संस्कृति तै जुड़रे हो तो आपनै कामयाब होवण तै कोए कोनी रोक सकदा