मान बावले (हरियाणवी)
यहाँ कवि सबको बोल रहे हैं की हम सबको सीना तानकर चलना चाहिए और कभी किसी भी परिस्थ...पूरा देखें
यहाँ कवि सबको बोल रहे हैं की हम सबको सीना तानकर चलना चाहिए और कभी किसी भी परिस्थिति में झुकना नहीं चाहिए।
यहाँ कवि सबको बोल रहे हैं की हम सबको सीना तानकर चलना चाहिए और कभी किसी भी परिस्थ...पूरा देखें
यहाँ कवि सबको बोल रहे हैं की हम सबको सीना तानकर चलना चाहिए और कभी किसी भी परिस्थिति में झुकना नहीं चाहिए।