मैं क्युं सुणू (हरियाणवी)
बुढ़ापै का बख़्त इसा आवै है के ज़िंदगी के सारे आछे कर्म माटी म्ह मिल जावै हैं। इ...पूरा देखें
बुढ़ापै का बख़्त इसा आवै है के ज़िंदगी के सारे आछे कर्म माटी म्ह मिल जावै हैं। इंसान नै कई बार बिमारी बहरा बणादे है तो कई बार परिवार।