सुन लाड़ले, ख़ाकी आले ख़ाक कोनी (हरियाणवी)
यहाँ संजीत ने पुलिस के साथ हम जो व्यवहार करते हैं उसकी चर्चा की है की जो हम आगे ...पूरा देखें
यहाँ संजीत ने पुलिस के साथ हम जो व्यवहार करते हैं उसकी चर्चा की है की जो हम आगे पीछे सब उनपर डालते हैं फिर भी वह मुश्किल परिस्तितियों में हमारे लिए खड़े रहते हैं। आओ सुनो इस कविता को और सब पुलिस वालो तक इसको पहुँचाओ।