अखाड़ा (हरियाणवी)
बाबू का सपना है कर्ण पहलवान बणै। गरीबी अर घर का गुज़ारा करण खात्तर कर्ण नै मज़द...पूरा देखें
बाबू का सपना है कर्ण पहलवान बणै। गरीबी अर घर का गुज़ारा करण खात्तर कर्ण नै मज़दूरी करणी पड़ै है। पर कुछ हादसे कर्ण की जिंदगी बदल दे हैं। कर्ण बदलै की आग म्ह जुलसै है। कर्ण पहलवानी तै दूर होकै हथियार उठा ले है। के बाबू का सपना पूरा कर पावैगा कर्ण?