देसी अदालत (हरियाणवी)
इतनी बढ़ती आबादी और उसके साथ बढ़ते अपराध के महारे देश की कोर्ट न तो सुलझा सकती ह...पूरा देखें
इतनी बढ़ती आबादी और उसके साथ बढ़ते अपराध के महारे देश की कोर्ट न तो सुलझा सकती है, बस जारी है तो वही तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख। इस बात से परेशान महारे गाँव के सेनानी ने शुरू की है "देसी अदालत", ज्यादातर बड़े त बड़े केस, चोरी, डकैती, हत्या के मामले मिनट में और पूरी निष्पक्षता से सुलझाए जाएंगे। अदा दूध का दूध और पानी का पानी नहीं, इंसाफ होवेगा इंसाफ।