
किस्सा थारा अंदाज़ म्हारा (हरियाणवी)
सुनिए संध्या शर्मा के मुख से यह अनमोल रागनियां।
सुनिए संध्या शर्मा के मुख से यह अनमोल रागनियां।

एपिसोड 1
तीन रोज हो लिए
7m
यह रागनी स्वांग रणबीर पद्मावत के किस्से से ली गई है ! जब पद्मावत अपनी सहेलियों के साथ रणबीर को देख लेती है तो मन ही मन उसे दिल दे बैठती है और रणबीर से प्रेम करने लगती है तथा अपनी सहेलियों से रणवीर से मिलवाने के लिए कहती है ! पंडित लख्मीचंद द्वारा रचित इस रागिनी में भावों एवं शब्दों का बहुत ही सुंदर ढंग से प्रयोग किया गया है
E1: तीन रोज हो लिए

एपिसोड 2
आजा बहू आंगणा में
6m
ब्याह के बाद के जब नई नवेली बहू ससुराल में कदम रखती है तो सास किस तरह नई बहू का स्वागत सत्कार करती है और उसे अपने बेटे से भी बढ़कर मानती है! बहू के लिए सास का लाड इस रागनी में देखते ही बनता है!
E2: आजा बहू आंगणा में

एपिसोड 3
खेल घड़ी दो चार
5m
यह रागनी स्वांग पिंघला भरथरी में से ली गई है! रानी पिंगला राजा भरथरी से प्रेम ना करके के घुड़साल के दरोगा से प्रेम करती है और एक दिन सबकी नजरों से बचते बचाते जेल दरोगा को अपने रंग महल में बुला लेती है और उससे क्या कहने लगती है यही इस रागिनी में बतलाया गया है
E3: खेल घड़ी दो चार

एपिसोड 4
पदमावत सुण ले
6m
यह रागनी स्वांग रणबीर पद्मावत के किस्से से ली गई है ! जब रणबीर को पद्मावत की सहेली बाग में देख लेती है उसकी सुंदरता का बखान किस तरह पद्मावत के आगे करती है , इस रागिनी में बहुत ही सुंदर ढंग से बताया गया है!
E4: पदमावत सुण ले

एपिसोड 5
साजन के घर
7m
इस रागिनी में मां और बेटी बीच का लाड दिखाया गया है! अपने ब्याह खातर छोरी अपनी मां से किन-किन चीजों की फरमाइश करें हैं , वो सारे रंग इस रागनी में बहुत ही सुथरे ढंग से पिरोए गए हैं!
E5: साजन के घर