थोड़ी तो शर्म करल्यो र (हरियाणवी)
हमारे समाज में कई ऐसी बीमारियां फैली हुई हैं जो उस इंसान के साथ-साथ उसके आस-पास ...पूरा देखें
हमारे समाज में कई ऐसी बीमारियां फैली हुई हैं जो उस इंसान के साथ-साथ उसके आस-पास वालों को भी परेशान करती हैं। तो उन्हीं का यहाँ पर वर्णन किया गया है।