ज़माना ख़राब आ गया रे (हरियाणवी)
ज़माना बहुत बदल रहा है और इस बदलाव के साथ कुछ अच्छा हो रहा है, तो कुछ ख़राब भी हो ...पूरा देखें
ज़माना बहुत बदल रहा है और इस बदलाव के साथ कुछ अच्छा हो रहा है, तो कुछ ख़राब भी हो रहा है। लोगों ने रिश्तों की अहमियत को समझना बंद कर दिया है और खुद तक सीमित होते जा रहे हैं तो ऐसे लोगों को जगाने के लिए हम लाये हैं। ये कुछ रागनियाँ आपके लिए।